17 अप्रैल 2025 को हरियाणा के लिए एक ऐतिहासिक दिन साबित हुआ, जब राज्य को अपना पहला पूर्ण विकसित हवाई अड्डा—महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, हिसार—मिल गया। यह हवाई अड्डा न केवल राज्य के नागरिकों के लिए यात्रा के नए अवसर खोलेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और औद्योगिक विकास को भी गति देगा।
हिसार एयरपोर्ट: हरियाणा की नई उड़ान
हरियाणा सरकार द्वारा विकसित इस हवाई अड्डे का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखा गया है। यह हवाई अड्डा अगस्त 2025 से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू जैसे प्रमुख शहरों के लिए उड़ानों की शुरुआत करेगा। एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौते के तहत, ये उड़ानें संचालित की जाएंगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस
हिसार एयरपोर्ट को आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है, जिसमें रनवे, कैट-आई, एटीसी टावर, जीएससी एरिया, पीटीटी, लिंक टैक्सी, एप्रन, फ्यूल रूम, बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड और बरसाती ड्रोन शामिल हैं। इन सुविधाओं के माध्यम से हवाई अड्डा यात्रियों को उच्च स्तरीय सेवा प्रदान करेगा।
आर्थिक और औद्योगिक विकास को बढ़ावा
हिसार एयरपोर्ट के संचालन से हरियाणा के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी। यह हवाई अड्डा राज्य के विभिन्न हिस्सों को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने में मदद करेगा, जिससे व्यापार, पर्यटन और निवेश के अवसर बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस अवसर पर कहा, “हिसार एयरपोर्ट हरियाणा के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हवाई अड्डा न केवल राज्य के नागरिकों को बेहतर यात्रा सुविधाएं प्रदान करेगा, बल्कि हमारे औद्योगिक और आर्थिक विकास को भी गति देगा।”
भविष्य की योजनाएं
हिसार एयरपोर्ट के सफल संचालन के बाद, सरकार राज्य के अन्य हिस्सों में भी हवाई अड्डों के विकास की योजना बना रही है। इससे हरियाणा को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में और अधिक सुविधा होगी, और राज्य के समग्र विकास में योगदान मिलेगा।
इस प्रकार, 17 अप्रैल 2025 को हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है, जो राज्य के नागरिकों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक होगा।
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