Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने न केवल भारत को, बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय ने इस हमले के खिलाफ कड़ा विरोध जताया और बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने न केवल आतंकवाद की निंदा की, बल्कि मोमबत्ती जलाकर मृतकों को श्रद्धांजलि भी दी।
अमेरिका में भारतीय समुदाय का गुस्सा
इस दर्दनाक हमले के बाद अमेरिका में बसे भारतीय मूल के लोगों के बीच गहरा आक्रोश देखने को मिला। CoHNA (Coalition of Hindus of North America), FIIDS (Foundation for India and Indian Diaspora Studies), और KOA (Kashmiri Overseas Association) जैसे संगठनों ने इस हमले को कायराना आतंकवादी हमला बताते हुए इसकी सख्त निंदा की।
USCIRF से चुप्पी तोड़ने की मांग
FIIDS ने अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) से अपील की है कि वह इस हमले की निंदा करे और इस नरसंहार के धार्मिक पहलुओं को स्वीकार करे। उनका कहना है कि निर्दोष हिंदुओं को धर्म के आधार पर मारा गया, और इस पर चुप्पी मानवाधिकारों के खिलाफ है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में श्रद्धांजलि
22 अप्रैल की शाम को CoHNA और उसकी युवा इकाई CYAN ने बर्कले विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया परिसर में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व वामसी जुलुरी ने किया, जिन्होंने कहा कि “हमें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा और निर्दोष पीड़ितों की याद को सम्मान देना चाहिए।”
5 मई को वाशिंगटन डीसी में हाई-लेवल ब्रीफिंग
5 मई, 2025 को वाशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में एक उच्च स्तरीय नीति ब्रीफिंग आयोजित की जाएगी, जिसका विषय होगा:
“हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तान का छद्म युद्ध – वैश्विक प्रभाव।”
इस ब्रीफिंग में अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य, विदेश नीति विशेषज्ञ, मानवाधिकार कार्यकर्ता और सामुदायिक नेता शामिल होंगे। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ ठोस और सामूहिक प्रतिक्रिया तैयार करना है।
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