हाल ही में जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत इलाके पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में कई निर्दोष लोग घायल हुए, और कुछ जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए। इसके बाद भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल सख्त कार्रवाई का ऐलान किया, जिसका असर अब पाकिस्तान तक साफ तौर पर देखा जा सकता है। पाकिस्तान में दहशत का माहौल है और वहां की सरकार और सेना में हड़कंप मचा हुआ है।
आज हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे कि कैसे भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाया और क्यों पाकिस्तान इस वक्त घबराया हुआ है।
पहलगाम हमला: कब और कैसे हुआ?
10 जुलाई 2025 को पहलगाम के एक व्यस्त इलाके में आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया।
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इस हमले में कई नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हुए।
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हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली।
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हमला सुनियोजित था, जिसका मकसद घाटी में दहशत फैलाना था।
यह हमला ऐसे समय में हुआ जब कश्मीर में अमरनाथ यात्रा चल रही थी और हजारों श्रद्धालु वहाँ मौजूद थे।
भारत का त्वरित और सख्त एक्शन
पहलगाम हमले के तुरंत बाद भारत सरकार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस हमले का करारा जवाब दिया जाएगा। कुछ प्रमुख कदम जो भारत ने उठाए:
1. बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन
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शोपियां, पुलवामा, कुलगाम जैसे इलाकों में सेना और CRPF ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किए।
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दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
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आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया गया।
2. पाकिस्तान को कड़ा संदेश
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विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया।
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अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ आतंक को समर्थन देने का मुद्दा उठाया गया।
3. LOC पर सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी
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सेना को LOC पर फ्री हैंड दिया गया है।
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खबर है कि सीमापार आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले की योजना बन रही है।
पाकिस्तान में क्यों मची है दहशत?
भारत की तेजी से बदलती रणनीति और आक्रामक रवैये से पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ गई है:
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ISI और पाकिस्तानी सेना को डर है कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक या एयरस्ट्राइक कर सकता है।
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पाकिस्तान के आतंकी संगठन बंकरों में छुपने को मजबूर हो गए हैं।
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अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बढ़ रहा है, जिससे पाकिस्तान की कूटनीतिक मुश्किलें बढ़ रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत अब “स्ट्राइक फर्स्ट” नीति पर काम कर रहा है, जिससे पाकिस्तान को लगातार चौकन्ना रहना पड़ रहा है।
भारत की नई आतंकवाद नीति
पहलगाम हमले के बाद भारत ने साफ कर दिया है कि अब हर आतंकी हमले का जवाब सख्ती से दिया जाएगा।
नई नीति के मुख्य बिंदु:
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आतंकियों और उनके मददगारों को जड़ से खत्म करना।
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आतंकियों के आर्थिक नेटवर्क को तोड़ना।
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सीमापार आतंकी शिविरों को ध्वस्त करना।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करना।
जनता का समर्थन और सेना का हौसला
देशभर में सेना के समर्थन में रैलियां और कैंडल मार्च निकाले गए। सोशल मीडिया पर #StandWithForces और #JusticeForPahalgam ट्रेंड कर रहे हैं।
जनता का कहना है कि अब आतंक के खिलाफ आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए।
भारतीय सेना के जवान भी जोश से लबरेज हैं और हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
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अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने पहलगाम हमले की निंदा की।
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संयुक्त राष्ट्र ने भी आतंक के खिलाफ भारत के प्रयासों का समर्थन किया।
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FATF (Financial Action Task Force) फिर से पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने की संभावना पर विचार कर रहा है।
यह साफ है कि पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है।
निष्कर्ष
पहलगाम हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं थी, बल्कि भारत की संप्रभुता पर एक चुनौती थी।
लेकिन भारत ने यह साफ कर दिया है कि अब आतंक का कोई खेल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुरक्षा बलों की सख्त कार्रवाई से न सिर्फ घाटी में शांति बहाल हो रही है, बल्कि पाकिस्तान को भी अपनी हरकतों का जवाब मिल रहा है।
भारत का नया दृष्टिकोण स्पष्ट है — “अब सिर्फ बातचीत नहीं, बल्कि करारा जवाब!”
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